Life में Successful होने के लिए हमें सही लोगों का साथ मिलना जरूरी है। अगर आपको सही और गलत लोगों के बीच में फर्क करना आता है तो फिर आपको जिंदगी में Successful होने से कोई नहीं रोक सकता।
कहते हैं कि जिंदगी एक ऐसा सफर है जिसमें हमें हजारों लोग मिलते ही लोग हमारी लाइफ में आते ही कुछ टाइम हमारे साथ बिताते हैं।और फिर अपने अपने रास्ते पर आगे बढ़ जाते हैं।
बिना दूसरे लोगो की हेल्प के हमारी जिंदगी कभी भी पूरी नहीं हो सकती। अगर आप ये सोचते है की मैं अपनी जिंदगी अकेले ही बिता सकता हूँ या मुझे अपनी लाइफ में किसी की जरूरत नहीं है तो फिर यकीन मानिए आपकी लाइफ आपके लिए एक बुरा सपना बनने वाली हैं। हमारी लाइफ में जितनी भी तरह के लोग आते हैं, उन सबका नेचर अलग अलग होता है।
इन्हीं में से कुछ लोग अच्छे और सच्चे होते है और हमें लगने लगता है कि इनके बिना तो हमारी लाइफ भी नहीं है, जबकि वहीं कुछ लोग इतने स्वार्थी और चालाक होते हैं कि जिनके बारे में हम सोचते है की ये हमारी लाइफ में कहाँ से कहाँ आ गए।
दोस्तों अगर आप अपनी लाइफ में सुखी रहना चाहते हैं तो आपको लोगों को पहचानना आना चाहिए और आज की इस Motivational Story in Hindi मैं आपको कुछ ऐसी बातें बताने वाला हूँ।जिनकी हेल्प से आप लोगों को पहचानना सीख जाओगे तो इस तो कहानी को पूरा पढ़ें।
अगर देखा जाए तो लोग तीन तरह के होते हैं और इन तीनों तरह के लोगों को एक्सप्लेन करने के लिए आज मैं आपको एक कहानी सुनाता हूँ। इस कहानी को पूरा सुनियेगा ताकि दोबारा आपको कभी भी लोगों को पहचानने में कोई confusion न हो।
एक बार एक गुरुकुल में कुछ स्टूडेंट थे। 1 दिन गुरूजी ने सोचा कि आज इन बच्चों को कुछ ऐसा ज्ञान दिया जाए जिसकी हेल्प से ये अपनी लाइफ में कभी भी किसी से धोखा न खाएं और हमेशा सही लोगों को पहचानना सीख जाये। गुरूजी ने ऊंची आवाज में कहा है कि आप सभी लोग एक जगह पर इकट्ठे हो जाएं क्योंकि मुझे आपको आज एक बहुत ज़रूरी सबक सीखाना है।
सारे शिष्य एक जगह पर इकट्ठे हो गए। तभी गुरूजी ने उन्हें लकड़ी के तीन खिलौने दिखाये और उनमें अंतर ढूंढने को कहा। शिष्य तीनों खिलौनों को ध्यान से देखने लगे क्योंकि तीनों एक जैसे ही दिखाई दे रही थे इसलिए उनमें अंतर ढूंढना मुश्किल था।
थोड़ी देर ध्यान से देखने के बाद स्टूडेंट ने पता लगाया कि तीनों खिलौनों में तीन अंतर है। पहले खिलौने के दोनों कानों में छेद है, जबकि दूसरे खिलौने के एक कान में और एक मूव में छेद है और तीसरी खिलौने के सिर्फ एक कान में छेद है।
अब गुरूजी ने एक धागा देते हुए कहा कि इससे इन तीनों क्षेत्रों में से बाहर निकालो। शिष्यों ने ऐसा ही किया और धागा पहले खिलौने के एक कान से होते हुए दूसरे कान से बाहर निकल गया। दूसरे खिलौने के कान से होते हुए मुँह से धागा बाहर निकल आया और तीसरे खिलौने के कान से जाने के बाद वो धागा कहीं से भी बाहर नहीं निकला।
तब गुरूजी ने तीनों खिलौने को अपने हाथ में लेते हुए कहा देखो, इसी तरह तीन तरह के लोग आपकी लाइफ में भी आएँगे। पहली तरह के लोग जो आपकी बातों को एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देंगे, इनके साथ कभी भी अपना कुछ भी शेयर मत करना क्योंकि इन्हें आपकी कोई परवाह नहीं होगी।
दूसरी तरह के लोग जो आपकी बात सुनेंगे और जाकर दूसरों के सामने बोल देंगे, इनसे भी हमेशा बचकर रहना।
तीसरी तरह के लोग, जिन पर आप हमेशा भरोसा कर सकते हैंi क्योंकि ये आपकी बात सुनेंगे, समझेंगे लेकिन कभी भी किसी दूसरे के सामने आपको नीचा नहीं दिखाएंगे। ऐसे लोगों पर हमेशा भरोसा करना और इन्हें ही अपनी जिंदगी में जगह देना।
तो दोस्तों लाइफ में अगर आप Successful होना चाहते हैं तो लोगों को पहचानना सीख लीजिए, क्योंकि अगर आपकी लाइफ में आपने सही लोगों को अपने साथ जोड़ना सीख लिया तो फिर आपको Successful होने से कोई नहीं रोक सकता।वही अगर आप गलत लोगों को अपनी जिंदगी में जगह देते रहे तो फिर आपको बर्बाद होने से भी कोई नहीं रोक सकता। उम्मीद है कि इस कहानी से आपने काफी कुछ सीखा होगा।
अगर आपको यह कहानी पसंद आई है। तो अपने दोस्तों के साथ शेर कीजिये।अगर आप और कहानियां पढ़ना चाहते हैं। तो यहां क्लिक करें।
By Sadda Punjab